Monday, July 4, 2011

उसका किसी तरह दोहन भी नहीं किया जा सकता

ओ तेह किंग 35
वो सभी लोग उसी तक आते हैं
जो एक को ही मानते हैं
उनके लिए वह परमविश्राम, खुशी और शांति है

आते जाते लोग अच्छे संगीत और खाने के लिए रूक सकते हैं
लेकिन ताओ का विवरण
वैसे ही होता है जैसे कुछ ना हो कर होना, बेस्वाद सा होना
वो दिखता नहीं, वो सुनाई नहीं देता
और ये भी कि उसका किसी तरह दोहन भी नहीं किया जा सकता