Saturday, September 19, 2009
‘‘ताओ तेह किंग’’ अध्याय 7
स्वर्ग और धरती सदा रहते हैं...स्वर्ग और धरती हमेशा क्यों रहते हैं?
क्योंकि वह अजन्मे हैं, पैदा ही नहीं होते, इसलिए सदा जीवित हैं।
साधुजन पीछे ही रहते हैं, इसलिए हमेशा आगे रहते हैं।
वह सबसे असम्पकृत, अलग-थलग रहते हैं इसलिए सबके साथ होते हैं।
स्वार्थरहित कर्मों के कारण वह सम्पूर्णत्व को प्राप्त रहते हैं।
मूल सामग्री : http://www.iging.com/laotse/LaotseE.htm#14
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