Friday, June 3, 2011

27 उससे अभी तक कोई भी जुदा नहीं हो पाया है।

ताओ तेह किंग 27

एक अच्छी चालढाल वाला आदमी अपने पैरों के निशान नहीं छोड़ता।
एक अच्छे वक्ता की जुबान नहीं फिसलती।
एक अच्छे अनुमान लगाने वाले को गिनने की जरूरत नहीं पड़ती।
एक मजबूत दरवाजे को ताले की आवश्यकता नहीं होती -
उसे अभी तक कोई नहीं खोल पाया।
अच्छे बंधन के लिए, गांठें लगाने की जरूरत नहीं होती-
क्योंकि अभी तक कोई भी उससे खुल नहीं पाया है।


इसलिए साधु सभी इंसानों का ध्यान रखता है,
किसी एक को भी नहीं छोड़ता।
वह सभी चीजों का ध्यान रखता है,
और उससे कुछ भी नहीं छूटता।
इसे ही प्रकाश का अनुसरण करना कहते हैं।

एक अच्छा आदमी कौन है?
एक बुरे आदमी का शिक्षक।
एक बुरा आदमी कौन है
जिसके आधिपत्य में भला आदमी है।
यदि शिक्षकों का आदर नहीं होगा
और शिष्यों का ध्यान नहीं रखा जायेगा
तो भ्रम पैदा होगा
चाहे कोई कितना ही बुद्धिमान हो।
यही रहस्य का मूलबिन्दु है।

26 एक स्थिर ही सारे चलायमान का आधार है


जो भारी है वह हल्के का मूल है
एक स्थिर ही सारे चलायमान का आधार है

इसलिए साधु सारा दिन सफर में रहते हैं
और अपनी गठरी पर नजर रखता है
हालांकि यहां कई सुन्दर चीजें देखने को हैं
वह सबसे (अ-जुड़ा) अममत्व में,
ओर शांत रहता है

क्यों दसियों हजारों रथों का स्वामी
जनता में लड़खड़ाता हुआ चलता है
हल्का होना, अपनी जड़ों से उखड़ना है
अशांत होना, अपने पर ही नियंत्रण खोना है