Thursday, June 2, 2011

25 सदैव अभी यहीं, और गतिमान


कुछ रहस्यात्मक तरीकों से गढ़ा गया है
स्वर्ग और पृथ्वी से पहले जन्मा है
चुप्पी और शून्य में
अपने आप में अकेला खड़ा है, बिना बदले अपरिवर्तनीय
सदैव अभी यहीं, और गतिमान
जो संसार की करोड़ों चीजों की जननी है
मैं उसका नाम नहीं जानता
उसे ताओ कहता हूं
और बेहतर शब्द की कमी के कारण
महान !

वो महान, बहता है
वो बहुत दूर बहता है
चला ही जाता है और
लौट आता है

इसलिए ताओ महान है
स्वर्ग महान है
धरती महान है
राजा महान है
यह ब्रहमाण्ड की चार महान शक्तियां हैं
और राजा इनमें से ही एक है

इंसान धरती का अनुसरण करता है
धरती स्वर्ग का अनुसरण करती है
स्वर्ग ताओ का अनुसरण करता है
ताओ अपनी ही प्रकृति‍ का अनुसरण करता है

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