Saturday, June 25, 2011

31 किसी विजय का एक दाह संस्कार की तरह अवलोकन किया जाना चाहिए।

ताओ तेह किंग 31
अच्छे शस्त्र भय के यंत्र होते हैं, सभी जीव जंतु इनसे नफरत करते हैं।
इसलिए ताओ का अनुयायी इनका इस्तेमाल नहीं करता।
भला आदमी उल्टे वाम पक्ष को प्राथमिकता देता है
युद्धेच्छु दक्षिण हाथ को।

शस्त्रास्त्र भय के साधन हैं, यह भले आदमी के औजार नहीं।
वह उसे तभी इस्तेमाल करता है जब कोई विकल्प नहीं होता।
शांति और मौन उसके ह्दय को सदैव प्रिय होते हैं
और विजय किसी भी आनंद का कारण नहीं होती।
यदि आप विजय का जश्न मनाते हैं तो आप आपको हत्याओं में भी आनन्द मनाएंगे
और यदि आप हत्याओं में आनंद मना पाते हैं तो कभी भी अपने आप में सम्पूर्णता नहीं पा सकेंगे।

खुशियों के मौकों पर
वाम को वरीयता दी जाती है
और दुख के मौके पर
दक्षिण पक्ष को
सेना में आम सैनिक वाम पक्ष की ओर खड़ा होता है
और सेनाध्यक्ष दक्षिण पक्ष में
इसका मतलब है युद्ध एक दाहसंस्कार की तरह है
जब कई लोग मारे जाते हैं
जिनके लिए गहरे दुख भरे ह्दय से विलाप किया जाना चाहिए
यही वजह है कि किसी विजय का एक दाह संस्कार की तरह अवलोकन किया जाना चाहिए।

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