ताओ तेह किंग 36
जो भी सिकुड़ता है
सबसे पहले उसका फैलना अनिवार्य है
जो भी कमजोर होता है
सबसे पहले उसका मजबूत होना अनिवार्य है
जो भी नीचे गिराया जाना है
सबसे पहले उसका उठना अनिवार्य है
लेने से पहले
कुछ दिया जाना भी अनिवार्यता है।
इसे चीजों की प्रकृति का अवलोकन करना कहा जाता है,
मृदु और दुर्बल, कड़े और मजबूत होने से उबरने के बाद होते हैं।
जैसे मछली गहरे पानी को नहीं छोड़ती,
ऐसे ही किसी देश के शस्त्रास्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए।
जो भी सिकुड़ता है
सबसे पहले उसका फैलना अनिवार्य है
जो भी कमजोर होता है
सबसे पहले उसका मजबूत होना अनिवार्य है
जो भी नीचे गिराया जाना है
सबसे पहले उसका उठना अनिवार्य है
लेने से पहले
कुछ दिया जाना भी अनिवार्यता है।
इसे चीजों की प्रकृति का अवलोकन करना कहा जाता है,
मृदु और दुर्बल, कड़े और मजबूत होने से उबरने के बाद होते हैं।
जैसे मछली गहरे पानी को नहीं छोड़ती,
ऐसे ही किसी देश के शस्त्रास्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए।
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