- महान भले लोग पानी की तरह होते हैं।
वह उन जगहों पर भी बह जाता है जो मनुष्य के लिए अगम्य हैं, इसी तरह परमात्मा है।
- घर धरती से लगा हुआ , धरती पर ही बनायें।
- ध्यान में, मन की गहराईयों में उतरें।
- लोगों से व्यवहार में मृदु और करूणायुक्त बनें।
- बोलने में सच्चे रहें।
- शासन में नाममात्र हो रहें।
- दैनिक जीवन में सक्षम और योग्य रहें।
- कर्म में, समय और मौसम का ध्यान रखें।
- लड़ें-झगड़ें नहीं, आरोपी न बनें।
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