Friday, July 1, 2011

दूसरों को जानना अक्लमंदी है, खुद को जानना बुद्धत्व।

ताओ तेह किंग 33

दूसरों को जानना अक्लमंदी है।
खुद को जानना बुद्धत्व है।
दूसरों पर प्रभुत्व पाने के लिए ताकत की जरूरत पड़ती है
खुद पर प्रभुत्व पाने के लिए दृढ़ता और मजबूती की जरूरत होती है।

वो जो यह जानता है कि उसके पास काफी है, वो अमीर है।
धैर्य इच्छाशक्ति का परिचायक है।
वो जो वहां रहता है, जहां वो है, वही सदा रहता है।
वो मरता है, पर नष्ट नहीं होता, सदैव रहता है।

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